सन १९७० में नदीओल दरवाजा
अंतत: जैन धर्म बना रहा और बौध धर्म लुप्त हो गया।


यहां जैन धर्म पहला-फूला। जैन मुनि भद्रबाहु ने विख्यात ग्रंथ "कल्पसूत्र" इस धरती पर लिखा।


नगर के जैन मंदिर की प्रतिमा

**********ताना-रीरी की कहानी

दक्षिण-पूर्व से दिखता मन्दिर
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पूर्व दिशा का द्वार
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मन्दिर का पूर्वाभिमुख भाग
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शिखर
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